सोची-समझी साजिश का लौटाई बारात

बैजनाथ —  बिना शादी लौटी बारात के मामले ने नया मोड़ ले लिया है। वर पक्ष ने इस घटना को साजिश करार दिया है। भीष्ण दुर्घटना के बाद अपाहिज सी जिंदगी बसर कर रहे उत्सेहड़ निवासी सरवण कुमार जो खुद राजस्व विभाग से एक अधिकारी के रूप में सेवानिवृत्त हुए ने 11 मई को कांगड़ा से बिना विवाह लौटी बारात बारे लड़की पक्ष ने दहेज के जो आरोप लगाए सिरे से खारिज कर दिए। सरवण कुमार ने लिखित रूप  से कहा कि एक सोची-समझी साजिश के तहत पहले बारात को बुलाया व हमें कहा गया कि पहले तीर चार लोग अंदर जाकर बात करो फिर अगली बात होगी। सरवण कुमार ने कहा कि उनके छोटे-बेटे की शादी थी बड़े लड़के की पहले ही शादी को चुकी है। उसके विवाह में भी दहेज नहीं लिया है। मेरा परिवार पढ़ा लिखा नौकरी पेशा परिवार है। उनका कहना है कि जब हमें कांगड़ा में जहां शादी होनी थी लड़की वालों ने कमरे में बुलाया। दुल्हन पक्ष के 7-8 लोग अंदर आकर हमें भी धमकाने लगे कि बारात लौट कर वापस जाओ नहीं तो अच्छा नहीं होगा। हमने लड़की से बात करवाने का आग्रह किया। तब हमारी बड़ी बहु भी साथ थी। लड़की ने शादी से साफ इनकार कर दिया। लड़की ने मैया ने यहां तक कह दिया कि हमारी लड़की सरकार पद पर है, जबकि लड़का प्राइवेट नौकरी करता है। सरवण कुमार का कहना है कि बारात दूल्हे सहित गेट के बाहरी ही रही अत: कब दूल्हे ने दहेज की डिमांड रखी जब मडंप तक पहुंचा ही नहीं फिर यह मुद्दा क्यों गलत प्रकाशिक किया। उधर बैजनाथ नगर पंचायत के उत्तहेड़ वार्ड की पार्षद कांता देवी, ग्रामीणों राजेंद्र कुमार, संतोष कुमार ने कहा कि यह सब दुल्हन पक्ष की मनगड़ंत कहानी है। सरवण कुमार  ने कहा कि मैं इस मामले की तक तक जाउंगा अगर जरूरत पड़ी तो न्यायालय की शरण भी जाउंगा।

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