अब पांचवीं से सातवीं तक के छात्रों को स्कॉलरशिप

स्टाफ रिपोर्टर-शिमला

प्रदेश सरकार की स्वर्ण जयंती सुपर-100 योजना के तहत अब छोटी कक्षाओं के बच्चों के लिए स्कॉलरशिप शुरू की जाएगी। प्राइमरी से मिडल क्लास के बच्चों के लिए पहली बार प्रदेश में इस तरह की व्यवस्था शुरू कर दी गई हैं। शिक्षा विभाग ने इस बारे में सभी बच्चों का डाटा मांगा है ताकि स्कूलों में यह व्यवस्था शुरू की जाए। प्रारंभिक शिक्षा विभाग ने हाल ही में ये आदेश सभी स्कूलों को लागू भी कर दिए है। इसमें पांचवीं, छठी और सातवीं कक्षा के बच्चों को स्वर्ण जयंती सुपर हंड्रेड योजना के तहत अब चार से छह हजार की स्कॉलरशिप मिलेगी। प्रदेश के स्कूलों में पहली बार यह व्यवस्था लागू की गई है। इसमें पांचवीं के बच्चों को कोचिंग के लिए हर माह चार हजार मिलेंगे। इसके बाद अगली कक्षा में यह राशि एक-एक हजार रुपए बढ़ जाएगी। पहली बार कोचिंग के लिए यह स्कोलरशिप बच्चों को दी जा रही है।

वही कोचिंग में बच्चों को प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी करवाई जाएगी, जिसका मकसद बच्चों को बेसिक एजुकेशन के साथ ही कंपीटीशन के लिए भी तैयार करना रहेगा। इस बार स्कूलों में इसके लिए बजट जारी कर दिया गया है। गौर रहे कि इससे पहले केवल दसवीं और 12वीं के बच्चों को ही इस योजना के तहत वित्तीय सहायता दी जाती है लेकिन अब पांच से सातवीं कक्षा के बच्चों को भी इसमें शामिल किया गया है। वहीं दसवीं और 12वीं कक्षा में प्रारंभ में तीस हजार रुपए की अग्रिम राशि चयनित विद्यार्थियों को दी जाती है। यदि विद्यार्थी कोचिंग संस्थान से ऑफलाइन कोचिंग लेता है तो उसे नियमित तौर पर हर महीने अपना उपस्थिति प्रमाण पत्र प्रधानाचार्य के पास जमा करवाना होगा। विद्यार्थी की विद्यालय में 75 प्रतिशत उपस्थिति होना अनिवार्य है।