मलेशिया में लहराया तिरंगा, कुआलालंपुर में एशियन इंटरनेशनल एथलेटिक्स चैंपियनशिप में छाए कुल्लू के प्रदीप

कुआलालंपुर में एशियन इंटरनेशनल एथलेटिक्स चैंपियनशिप में छाए कुल्लू के प्रदीप

स्टाफ रिपोर्टर—भुंतर

जिला कुल्लू के एक 61 वर्षीय बुजुर्ग ने एथलीट में मलेशिया के कुआलालंपुर में तिरंगे का मान बढ़ाया है। कुआलांलुंपुर में एशियन इंटरनेशनल मास्टर्स एथलेटिक्स चैंपियनशिप का आयोजन किया गया जिसमें 60 साल से अधिक के धावकों ने हिस्सा लिया। कुल्लू जिला के द्वारिका ठाकुर ने उक्त प्रतियोगिता में देश का प्रतिनिधित्व किया और अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाते हुए कांस्य पदक जीत कर भारत का मान बढ़ाया है। उनके इस प्रदर्शन पर प्रदेश व देश भर के खेल प्रतिनिधियों ने खुशी जताते हुए शाबाशी दी है। देश के लिए खेलने का सपना कई लोग युवावस्था में पालते हैं और इसके लिए दिन-रात मेहनत भी करते हैं। जिस आयु में अधिकतर लोग कुछ मीटर पैदल चलकर ही हांफने लग जाते हैं उस आयु में कुल्लू के उक्त एथलीट ने देश के लिए एथलेटिक्स जैसी स्पर्धाओं में भाग लेकर नाम चमकाया है।

जानकारी के अनुसार द्वारिका ठाकुर 3000 मीटर क्रॉस कंट्री रेस में भारत का प्रतिनिधित्व किया और उन्हें तीसरा स्थान हासिल हुआ तो देश के लिए कांस्य पदक जीता। जानकारी के अनुसार द्वारिका ठाकुर ने इससे पहले 42वीं राष्ट्रीय मास्टर्स एथलेटिक्स चैंपियनशिप जो तमिलनाडु के जवाहर लाल नेहरू स्टेडियम में आयोजित की गई थी, उसमें भी भाग लिया था। इस प्रतियोगिता में देश भर के बुजुर्ग एथलीटों ने हिस्सा लिया था और अपनी प्रतिभा का परचम लहराया था। इसी चैंपियनशिप में खोखण के द्वारिका ठाकुर ने टॉप छह में स्थान पाया था। इस बेहतर प्रदर्शन के चलते उनका एशियन चैंपियनशिप के लिए चयन हुआ था और यह प्रतियोगिता तीन व चार दिसंबर को मलेशिया में आयोजित की गई। इस प्रतियोगिता में एशियाई देशों के 60 वर्ष से अधिक के एथलीटों ने हिस्सा लिया। द्वारिका ठाकुर ने कांस्य पदक जीतने पर खुशी जाहिर की है। उनके अनुसार वह निरंतर अभ्यास करते रहते हैं। साल 1961 मेें जन्मे द्वारिका ठाकुर जिला कुल्लू की एक प्रतिष्ठित सहकारी सभा के निदेशक के तौर पर सेवाएं दे रहे हैं।