World Tourism Day 2023: हिमाचल प्रदेश के पर्यटन कारोबार पर आपदा और फिर ऊंची उड़ान

अनुभूति मेहता—धर्मशाला

विश्व पर्यटन दिवस किसी देश के लिए महत्वपूर्ण है, क्योंकि यह एक मौका प्रदान करता है देश के पर्यटन उद्योग को प्रोमोट करने और विकसित करने का। पर्यटन एक महत्वपूर्ण आर्थिक क्षेत्र हो सकता है जिससे रोजगार के अवसर बढ़ सकते हैं और देश की आर्थिक स्थिति में सुधार हो सकता है। यह दिन भी लोगों को अपने स्थलीय सौंदर्य, संस्कृति, और धरोहर को समझने के लिए प्रोत्साहित करता है, जिससे स्थानीय जनसंख्या को भी लाभ होता है।

विश्व पर्यटन दिवस का इतिहास
विश्व पर्यटन दिवस का आयोजन पहली बार 1980 में किया गया था, जब विश्व पर्यटन संगठन ने इसकी स्थापना की। 27 सितंबर को ही 1970 में संयुक्त राष्ट्र विश्व व्यापार संगठन को मान्यता दी गई थी। इस तारीख को यूएनडब्ल्यूटीओ की स्थापना की वर्षगांठ के रूप में विश्व पर्यटन दिवस का आयोजन किया गया। प्रत्येक वर्ष, विश्व पर्यटन दिवस का एक विशेष थीम होता है, जिसे विश्व पर्यटन संगठन तय करता है, और विभिन्न देशों में इसे विभिन्न कार्यक्रमों और समारोहों के साथ मनाया जाता है। यह एक महत्वपूर्ण दिन है जो पर्यटन के महत्व को प्रमोट करने और विश्व भर में पर्यटन को साकारात्मक दिशा में बदलने का प्रयास करता है।

विश्व पर्यटन दिवस की थीम
2023—पर्यटन और हरित निवेश
2022— पर्यटन पर पुनर्विचार
2021—समावेशी विकास के लिए पर्यटन
2020—पर्यटन और ग्रामीण विकास
2019—टूरिज्म एंड जॉब, अ बेटर फ्यूचर फॉर ऑल’
2018—पर्यटन और सांस्कृतिक संरक्षण
2017—सतत पर्यटन – विकास का एक उपकरण
हिमाचल प्रदेश में पर्यटन
बात हिमाचल प्रदेश की करं,े तो हिमाचल पर्यटन का महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। विश्व भर में हिमाचल प्रदेश की जीडीपी में पार्टी में कारोबार 4.3 फीसदी हिस्सा है। यह राज्य भारत के उत्तरी हिमालय में स्थित है और इसका पर्याप्त प्राकृतिक सौंदर्य, पर्वतीय दृश्य, ताजा हवा, और सांस्कृतिक धरोहर से यात्रकों को प्रभावित करता है। हिमाचल प्रदेश हर साल लाखों की संख्या में पर्यटक आते हैं। पहाड़ों की रानी शिमला, धर्मशाला, मकलोडगंज, मनाली, लाहुल स्पीति, चंबा सहित कई प्रमुख पर्यटन स्थल हैं, जो विश्वभर से यात्री आकर्षित करते हैं। हिमाचल प्रदेश में पर्यटन अपने हिमालयन परिदृश्य और लोकप्रिय हिल स्टेशन के लिए प्रसिद्ध है। कई बाहरी गतिविधियां जैसे कि रॉक क्लाइंबिंग, माउंटेन बाइकिंग, पैराग्लाइडिंग, आइस-स्केटिंग, ट्रेकिंग, राफ्टिंग और हेली-स्कीइंग में लोकप्रिय पर्यटक आकर्षण हैं।

इस बार टूटे रिकार्ड
हिमाचल प्रदेश में 2023 में पर्यटकों की आमद के सभी रिकॉर्ड टूटे। जून 2023 तक ही प्रदेश में एक करोड़ छह हजार पर्यटकों की आमद हो चुकी थी, जो कि हिमाचल प्रदेश के इतिहास में सबसे अधिक थी, लेकिन जैसे ही जुलाई के महीने में मौसम खराब हुआ, पर्यटकों की आमद में भारी गिरावट आ गई। साल 2023 में हर महीने औसतन 20 लाख पर्यटक हिमाचल प्रदेश के खूबसूरत पहाड़ों का दीदार करने के लिए आ रहे थे, लेकिन जुलाई में इस आंकड़े में भारी कमी आई और सिर्फ 8 लाख 25 हजार पर्यटक पहुंचे। कुल्लू, मनाली, मंडी, किन्नौर और लाहुल-स्पीति में हुई तबाही के कारण पर्यटन कारोबार पर बड़ा असर पड़ा था, लेकिन अब इस कारोबार में रफ्तार आ गई है। हालात सामान्य हो चुके हैं। सडक़ें ठीक हो गई हैं, जिसके चलते हिमाचल में पर्यटकों की खूब भीड़ उमड़ रही है। होटलों में एडवांस बुकिंग चल रही है।