आज पहुंचेगी सरकार… खूब होगा सत्कार, शीतकालीन सत्र के लिए तैयारियां जोरों पर

कल से तपोवन विधानसभा भवन में होगा शुरू होगा सत्र

सिटी रिपोर्टर- धर्मशाला
प्रदेश में प्रदेश सरकार का विधानसभा का शीतकालीन सत्र धर्मशाला के तपोवन में मंगलवार को शुरू हो रहा है, जिसके लिए प्रदेश के पक्ष-विपक्ष दोनों ही सोमवार को धर्मशाला पहुंच जाएगा। धर्मशाला के तपोवन में विधानसभा के शीतकालीन सत्र के लिए तैयारियां जोरो-शोरों से चल रहा है और तपोवन की सडक़ों पर लीपापोती कर दी है। सडक़ों के गड्डों को भरकर किनारों में चूना भी लगाया गया है, वहीं धर्मशाला में भी विभागीय कार्यालयों की ओर से सरकार के एक साल के कार्यक्रम के दौरान लगाए गए तोरणद्वार पहले से ही सजाए दिए गए हैं, जबकि सचिवालय सहित विभिन्न कार्यालयों को लाइट्स से जगमग कर रहे हैं। उपायुक्त कार्यालय के गेट का भी सौंदर्यीकरण किया गया है, जबकि सचिवालय व डीसी चौक का भी सौंदर्यीकरण किया जा रहा है, जिसमें राष्ट्रीय तिरंगा झंडा भी स्थापित किया जा रहा है। इसमें अभी सौंदर्र्यीकरण का कार्य युद्ध स्तर पर चल रहा है।

हालांकि धर्मशाला की सडक़ों पर स्मार्ट सिटी की ओर से चल रहे कार्य के चलते धर्मशाला की जगह-जगह सडक़ें उखड़ी हुई हैं, जिससे धर्मशाला में चलने वाले वाहनों से लगातार जाम लग रहा है और सडक़ों पर उड़ती हुई मिट्टी से स्थानीय लोगों के साथ-साथ बाहर से आने वाले पर्यटक भी परेशान हो चुके है, वहीं धर्मशाला के बाजारों में कचहरी चौक सहित अन्य चौक पर अतिक्रमण के चलते लगातार समस्या का सामना करना पड़ता है, हादसे होने का खतरा भी बना रहता है, लेकिन कोई उचित कार्रवाई नहीं होती है। धर्मशाला एक पर्यटन नगरी होने के साथ-साथ प्रदेश की शीतकालीन राजधानी भी है, जिससे धर्मशाला में प्रदेश सरकार सहित अन्य राज्य से लगातार पर्यटक घूमने को धर्मशाला पहुंचते है, हालांकि सरकार की ओर से साल में एक बार धर्मशाला में विधानसभा के शीतकालीन सत्र का आयोजन भी किया जाता है, जिसके चलते यहां लगातार वाहनों की आवाजाही लगी रहती है। बावजूद इसके भी सरकार की ओर से कोई आज तक उचित पार्किंग की व्यवस्था नहीं की गई है। वहीं धर्मशाला में जब कोई मंत्री या वीआईपी पहुंचता है, तो आम जनता हो समस्याओं में डाल कर उनकी गाडिय़ों को रोककर वीआईपी के लिए सडक़ को खाली कर दिया जाता है। स्मार्ट सिटी धर्मशाला में उचित पार्किंग की व्यवस्था तो नहीं है, लेकिन कचहरी में जो पार्किंग बनाई गई है, उसमें में दिन-रात गाडिय़ां लगी रही है, जिसके चलते लोगों को दिन के समय में गाडिय़ों को सडक़ के किनारे पार्क करना पड़ता है, जिससे सडक़ों पर लंबा जाम लग जाता है और राहगीरों को पैदल चलते समय कोई दुर्घटना न हो जाए उसकी चिंता लगी रहती है।