बच्चे को स्कूल के बाथरूम में बंद कर घर चले गए अध्यापक, अगले दिन थी छुट्टी, फिर जो हुआ…

सुनील दत्त—जवाली

कांगड़ा जिला के विधानसभा क्षेत्र फतेहपुर के अधीन एक स्कूल में शनिवार को स्टाफ की बड़ी लापरवाही का मामला उजागर हुआ है। जानकारी अनुसार शिक्षा खंड फतेहपुर के तहत राजकीय प्राथमिक पाठशाला फतेहपुर के एक अध्यापक ने स्कूल के बच्चे को बाथरूम में बंद करने की सजा दी हुई थी कि छुट्टी होने पर सारा स्टाफ घर को चला गया, परंतु बच्चा बाथरूम में ही बंद रह गया।

अध्यापक भी बच्चे को सजा देने के बाद उसको बाहर निकालना भूल गए। बाद में बच्चे ने बाहर निकलने के लिए चीखना-चिल्लाना शुरू किया, जिसे सुनकर आसपास के लोग एकत्रित हो गए तथा सीढ़ी के जरिए बच्चे को बाहर निकाला व इसका वीडियो सोशल मीडिया पर डाल दिया। वीडियो में बच्चे से पूछा गया है कि आप अंदर कैसे रह गए, तो बच्चे का जवाब था कि मुझे अध्यापक ने बाथरूम में बन्द करने की सजा दी थी। यह लापरवाही मासूम बच्चे की जिंदगी ले सकती थी। आखिरकार बच्चे को बाथरूम में बंद करने की सजा क्यों दी गई। बुद्धिजीवियों ने मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू, शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर व शिक्षा विभाग से मांग उठाई है कि इस मामले की जांच होनी चाहिए तथा इस तरह की लापरवाही पर स्कूल स्टाफ व उक्त अध्यापक के खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए।

बीईईओ फतेहपुर बलवान सिंह के बोल
इस बारे में बीईईओ फतेहपुर बलवान सिंह ने कहा कि मुझे भी वायरल वीडियो से ही इसका पता चला था। उन्होंने कहा कि जिस अध्यापक ने बच्चे को बाथरूम में बंद किया था, उसके व स्कूल स्टाफ को कारण बताओ नोटिस दिया जाएगा तथा नियमानुसार आगामी कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।