ठंडा पानी नसीब नहीं, शहर के कूलर बने शोपीस

भीषण गर्मी में भी लोगों को नहीं मिल रही सुविधा, सिस्टम ठीक करवाने की मांग
स्टाफ रिपोर्टर- मंडी
मंडी शहर में लगे ठंडे पानी के कू लर केवल धूल फांकने का कार्य कर रहे हैं। भीषण गर्मी के बीच राहगीर ठंडे पानी की तलाश में शोपीस बने इन वाटर कूलरों के पास प्यास बुझाने जाते हैं, लेकिन कूलर खराब होने के कारण बिना पानी पीए ही इन्हें वापस लौटना पड़ रहा है। गर्मियों के मौसम में जहां पहले जगह जगह पानी के घड़े भरकर राहगीरों के लिए रखे जाते थे, वह अब गायब हो चुके हैं। वहीं जगह लगाए गए कूलर कई सालों से खराब हुए पड़े हैं। कुछ कूलर तो हाल ही में पिछले वर्ष लगाए गए थे वह सभी भी खराब हो गए हैं। यह सभी कूलर नगर निगम के अंडर हैं। दानवीर सज्जनों ने इन कूलरों को लोगों की सुविधा के लिए दान कर नगर निगम को सौंप दिया है। जिसके बाद से अब इन कूलरों का रख रखाव निगम की ही जिम्मेदारी है। परंतु निगम इस ओर कोई विशेष ध्यान नहीं दे रहा है।

यह कूलर केवल धूल फांकने का काम कर रहे हैं। इस भीषण गर्मी के बीच स्थानीय लोग जल्द इन कूलरों को ठीक करवाने की मांग कर रहे हैं। शहर के स्थानीय निवासी और समाजसेवी नीरज हांडा ने कहा कि इन कूलरों ठीक करने का दायित्व निगम का है। स्कूली बच्चें और राहगीर भीषण गर्मी के बीच पानी पीने के लिए इन कूलरों के पास जाते हैं लेकिन कूलर खराब होने के कारण उन्हें प्यासे ही रहना पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि निगम के अधिकारियों से भी इस बारे चर्चा की गई है। अब देखना यह होगा कि निगम कब अपने इस दायित्व को पूरा करती है। बता दें कि निगम क्षेत्र के अंतर्गत लगभग बारह कूलर लगे हैं और इनमें से अधिकतर कूलर खराब हैं। जिस कारण राहगीरों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।