नेशनल हाईवे टोल प्लाजा पर 24 घंटे एंबुलेंस-क्रेन

विशेष संवाददाता-शिमला

पीडब्ल्यूडी ने टोल प्लाजा पर बेहतर ट्रैफिक प्रबंधन सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं, ताकि वाहन चालकों और यात्रियों को अनावश्यक असुविधा न हो। विभाग ने निर्माणाधीन टोल प्लाजा में कांट्रैक्टर को आपातकालीन स्थिति में क्रेन, राजमार्ग पर निगरानी और एंबुलेंस की सुविधा सुनिश्चित करने को कहा गया है। यह व्यवस्था संबंधित कंपनी को 24 घंटे के लिए करनी होगी, ताकि विपरीत परिस्थिति में समय रहते मदद मिल सके। लोक निर्माण विभाग के सचिव डा. अभिषेक जैन ने भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक की अध्यक्षता करते हुए यह बात कही है। उन्होंने कहा कि विभिन्न सडक़ परियोजनाओं के कार्य और सुविधाओं की समीक्षा नियमित रूप से करने की आवश्यकता है।

उन्होंने कहा कि सडक़ें प्रदेश के विकास का आधार हैं और प्राधिकरण को राज्य में बेहतर राजमार्ग व्यवस्था सुनिश्चित करने के लिए समुचित प्रयास करने चाहिए। उन्होंने कहा कि प्राधिकरण को टोल प्लाजा पर शौचालय, एंबुलेंस, क्रेन टोल प्लाजा मेडिकल ऐड पोस्ट और ट्रैफिक ऐड पोस्ट के माध्यम से वाहन चालकों और यात्रियों की प्राथमिक उपचार की बेहतर सुविधाएं प्रदान करनी चाहिए। उन्होंने अधिकारियों को समय-समय पर इन पोस्ट का निरीक्षण कर इसकी रिपोर्ट प्रदेश सरकार को भेजना सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि टोल प्लाजा कर्मचारीे नेम प्लेट और वर्दी में रहना सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि हिमाचल भौगोलिक दृष्टि से संवेदनशील है इसलिए प्राधिकरण को फोरलेन के लिए पहाडिय़ों का कटान वैज्ञानिक तरीके से करना सुनिश्चित करना चाहिए। उन्होंने कहा कि फोरलेन परियोजनाओं का निर्माण करते हुए रिटेनिंग वॉल, क्रैश बैरियर और नाईट रिफ्लेक्शन पर विशेष बल दिया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि फोरलेन परियोजनाएं पर्यटकों और यात्रियों के समय और धन की बचत की दृष्टि से महत्वपूर्ण होती है इसलिए इसका निर्माण समयबद्ध रूप से किया जाना चाहिए।

1033 पर मांगें मदद
एनएचएआई के क्षेत्रीय अधिकारी अब्दुल बासित ने बताया कि टोल प्लाजा पर एंबुलेंस, क्रेन और मेडिकल ऐड पोस्ट पहले से ही तैनात कर दी गई हैं। प्रदेश में इस समय तीन टोल प्लाजा हैं और सभी में तय मानकों के अनुसार कदम उठाए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि पीडब्ल्यूडी के सचिव के सुझावों पर गंभीरता से विचार किया जाएगा। उन्होंने कहा कि नेशनल हाईवे पर आपात स्थिति से निपटने के लिए 1033 नंबर भी जारी किया गया है। 1033 की मदद से हादसा होने की स्थिति में एंबुलेंस बुलाई जा सकती है। भविष्य में प्रदेश में निर्माणाधीन सभी फोरलेन का काम पूरा होने के बाद तय दूरी 60 किलोमीटर के बाद टोल प्लाजा स्थापित होगा और सभी टोल प्लाजा में एंबुलेंस खड़ी रहेंगी और आपात स्थिति में स्वास्थ्य सुविधाएं भी यात्रियों को दी जाएंगी। टोल प्लाजा के समय-समय पर अधिकारी औचक निरीक्षण भी करेंगे और कोई अनियमितता पाई जाती है तो आवश्यक कार्रवाई की जाएगी।