फैंसी नंबर का क्रेज : 60 लाख में छूटी एचपी 17एच-0001 की बोली

शिमला के बाद सिरमौर में फैंसी नंबर का क्रेज

आरएलए पांवटा साहिब के तहत ऑनलाइन ऑक्शन में तीन आवेदन

सूरत पुंडीर – नाहन
हिमाचल में वाहनों पर फैंसी नंबर का क्रेज सिर चढक़र बोल रहा है। बीते दिनों हिमाचल के जुब्बल कोटखाई में कार के नंबर की बोली करोड़ों रुपए में पहुंचने के बावजूद भले ही उन नंबरों की ऑक्शन वास्तव में नहीं हुई थी, पर इस मामले में पूरे देश में करोड़ों के नंबर चर्चा में जरूर आ गए थे। ऐसा ही मामला इस बार जिला सिरमौर में सामने आया है। जिला सिरमौर के एसडीएम पांवटा साहिब के अंतर्गत आरएलए-17 के तहत एचपी 17एच-0001 की नीलामी ऑनलाइन 60 लाख रुपए में भरी गई है। बेहद ही रोचक इस मामले में एचपी 17एच-0001 के नंबर के लिए तीन आवेदन दिखाए गए हैं। इनमें से एक व्यक्ति द्वारा कार के लिए इस नंबर की नीलामी बोली में 60 लाख रुपए की गई है। सबसे बड़ी बात यह है कि अब फैंसी नंबर के लिए नीलामीकर्ता को रिजर्व प्राइज ऑनलाइन जमा करवाना होता है। सूत्रों के मुताबिक जिस व्यक्ति ने एचपी 17एच-0001 के नंबर के लिए 60 लाख रुपए की बोली लगाई है उसके द्वारा करीब डेढ़ से दो लाख रुपए रिजर्व प्राइज एडवांस में जमा करवाया गया होगा। ऐसे में यदि संबंधित नीलामकर्ता आवेदन किए गए नंबर को नहीं लेता है, तो उसकी रिजर्व प्राइज की राशि जब्त हो जाएगी। गौर हो कि बीते दिनों शिमला जिला में एक नंबर पर एक करोड़ से अधिक की नीलामी वाहन के नंबर की हुई थी। उस दौरान सरकार द्वारा ऑनलाइन फैंसी नंबर की बुकिंग के लिए रिजर्व प्राइज नहीं रखा जाता था।

जब कोटखाई क्षेत्र में उक्त नंबर के आवेदनकर्ता फर्जी पाए गए, तो उसके बाद सरकार ने फैंसी नंबर की बुकिंग के लिए एडवांस में रिजर्व प्राइज की शर्त रखी। अब यदि कोई भी वाहन मालिक वीआईपी फैंसी नंबर अपने निजी वाहन के लिए लेना चाहता है, तो इसके लिए बाकायदा परिवहन सेवा पोर्टल पर फैंसी नंबर की आक्शन के लिए आवेदन करता होता है। साथ ही एडवांस में जो रिजर्व प्राइज बोली राशि के तहत ऑनलाइन दिखाया जाता है, उसे एडवांस में भुगतान भी करना होता है। ऐसे में सरकार द्वारा तय किए गए एडवांस रिजर्व प्राइज से सरकारी खजाने को तो इजाफा हो रहा है, परंतु फैंसी नंबर की लाखों करोड़ों में ऑनलाइन बोली पर सवालिया निशान भी जरूर उठ रहे हैं। गौर हो कि पहले फैंसी नंबर का क्रेज पंजाब, हरियाणा, दिल्ली जैसे राज्यों में होता था, परंतु अब हिमाचल प्रदेश में भी फैंसी नंबर की बोली निजी वाहनों के लिए लाखों करोड़ों में पहुंच चुकी है।

विभागीय जानकारी के मुताबिक अब फैंसी नंबर के लिए बाहरी राज्यों के वाहन मालिक हिमाचल में आवेदन नहीं कर सकते हैं। ऐसे में फिलहाल आरएलए पांवटा साहिब के तहत ऑनलाइन बिकने वाले वाहन नंबर एचपी 17एच-0001 की आक्शन के लिए 24 से 48 घंटे का समय दिया गया है। उसके बाद फिर से यह नंबर अनलॉक हो जाएगा तथा दोबारा से इस नंबर की ऑनलाइल आक्शन होगी। उधर, इस संबंध में उपमंडलाधिकारी पांवटा साहिब गुंजित सिंह चीमा ने बताया कि यह सही है कि आरएलए पांवटा साहिब के तहत एचपी 17एच-0001 के लिए 60 लाख रुपए की ऑक्शन दिखाई गई है। उन्होंने कहा कि परिवहन सेवा के तहत फैंसी नंबरों की नीलामी रहती है तथा उपमंडल स्तर पर इन व्यवस्थाओं को नहीं देखा जाता है। एसडीएम चीमा ने कहा कि संभावनाएं ऐसी लग रही हैं कि गत माह जिस तरह शिमला जिला में फर्जी ऑक्शन दिखाई गई थी, उसी तरह की संभावनाएं इस नंबर पर भी हो सकती हैं। फिलहाल एक से दो दिन में इसका खुलासा हो जाएगा। (एचडीएम)