दुनिया में हर चौथा बच्चा भुखमरी का शिकार, भारत से बेहतर पाकिस्तान

By: Jun 21st, 2024 12:08 am

यूनिसेफ की चौंकाने वाली रिपोर्ट; भारत से बेहतर पाकिस्तान, नहीं मिल पा रहा उचित आहार

दिव्य हिमाचल ब्यूरो — नई दिल्ली

चाइल्ड पॉवर्टी को लेकर यूनिसेफ ने एक रिपोर्ट जारी की है, जिसमें चौंकाने वाले खुलासे हुए हैं। भारत दुनिया के सबसे खराब देशों में शामिल है, जहां बच्चों को उचित आहार नहीं मिल पाता। भारत से बेहतर स्थिति पाकिस्तान की है। दक्षिण एशियाई देशों की बात करें तो चाइल्ड पॉवर्टी में भारत से खराब हालात अफगानिस्तान में हैं। रिपोर्ट बताती है कि दुनिया का हर चौथा बच्चा भुखमरी का शिकार है और अच्छे आहार के लिए संघर्ष कर रहा है। 181 मिलियन बच्चों में 65 फीसदी गंभीर भुखमरी में जीने को मजबूर हैं। यूनिसेफ के आंकड़े बताते हैं कि विश्व स्तर पर चार में से एक बच्चा गंभीर श्रेणी में आता है और वह बहुत खराब आहार पर जीवन जी रहा है। यूनिसेफ ने ‘चाइल्ड न्यूट्रीटन रिपोर्ट 2024’ में 92 देशों पर रिसर्च किया। यूनिसेफ की बाल खाद्य गरीबी को लेकर जारी रिपोर्ट में पांच वर्ष तक के बच्चों को शामिल किया जाता है। यह पता लगाया जाता है कि बच्चों को पौष्टिक और विविध आहार मिल पा रहा है या नहीं? गंभीर बाल खाद्य गरीबी में बच्चों के लिए खराब भोजन, खराब माहौल और बच्चों और उनके परिवारों को प्रभावित करने वाली घरेलू आय भी शामिल है। इस रिपोर्ट में गरीब और उससे ऊपर जीने वाले दोनों परिवारों को लेकर शामिल किया जाता है।

रिपोर्ट के अनुसार, गंभीर बाल खाद्य गरीबी में रहने वाले बच्चों का प्रतिशत बेलारूस में एक फीसदी से लेकर सोमालिया में 63 फीसदी प्रतिशत तक है। सोमालिया के बाद गिनी (54 फीसदी), गिनी-बिसाऊ (53 फीसदी), अफगानिस्तान (49 फीसदी), सिएरा लियोन (47 फीसदी फीसदी), इथियोपिया (46 फीसदी) और लाइबेरिया (43 फीसदी) में सबसे बुरे हालात हैं। भारत में चाइल्ड पॉवर्टी का आंकड़ा 40 फीसदी है, जो बहुत गंभीर श्रेणी में आता है। भारत से बेहतर स्थिति पाकिस्तान की है, यहां 38 फीसदी बच्चे भुखमरी का शिकार हैं। रिपोर्ट से पता चला है कि भारत उन 20 देशों में से एक है, जहां बच्चों को जरूरी पोषक आहार नहीं मिल पा रहा है। भारत के साथ इस श्रेणी में अफगानिस्तान और पाकिस्तान भी शामिल हैं।

अफगानिस्तान के बाद हिंदुस्तान दूसरा सबसे खराब देश

रिपोर्ट के अनुसार, दुनिया में पांच वर्ष से कम आयु के तीन में से दो बच्चे (66 फीसदी) भुखमरी का शिकार हैं। यह अनुमानित 440 मिलियन बच्चों के बराबर है, जिन्हें पौष्टिक और उचित आहार नहीं मिल पा रहा है। भारत को लेकर रिपोर्ट इसलिए भी चौंकाने वाली है, क्योंकि गंभीर बाल खाद्य गरीबी की श्रेणी में 40 प्रतिशत के अलावा 36 प्रतिशत बच्चे भारत में मध्यम बाल खाद्य गरीबी की चपेट में हैं। इस हिसाब से दोनों का आंकड़ा मिलाकर 76 प्रतिशत तक पहुंचता है, जो बताता है कि दक्षिण एशिया में भारत अफगानिस्तान के बाद दूसरा सबसे खराब देश है।


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