आपदा में ढह गया घर, गोशाला में दिन काट रहे पति-पत्नी

By: Jun 27th, 2024 12:16 am

झीड़ के पीडि़त बुजुर्ग जयपाल को नहीं मिली मकान बनाने के लिए सहायता, सरकारी दावे हवा

निजी संवाददाता- सरकाघाट
पिछले वर्ष जुलाई अगस्त 2023 में आई भंयकर आपदा के चलते घर ढहने से बेेघर हुए गैहरा पंचायत के गांव झीड़ के जयपाल पुत्र स्व भलखू राम पिछले एक वर्ष से पत्नी सहित एक पुरानी गोशाला में रहने को मजबूर हैं। जयपाल मदद पाने के लिए साल भर पंचायत प्रधान से लेकर प्रशासन और विधायक सहित अधिकारियों के कार्यालयों के चक्कर काट कर थक गया है, लेकिन उसे गृह निर्माण के लिए फूटी कौड़ी भी नही मिली है। जबकि अन्य आपदा पीडि़तों को गृह निर्माण के लिए तीन चार लाख की राशि उनके खातों में आ गई है।

पंचायत प्रशासन और सरकार के इस भेदभाव भरे रवैया से खफ ा जयपाल ने प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू, एसडीएम सरकाघाट, उपायुक्त मंडी और खंड विकास अधिकारी सरकाघाट को पत्र लिखकर मांग सहायता की मांग की है। जयपाल का कहना है कि मेरा दोमंजिला कच्चा मकान एक तरफ से ढह गया था। जबकि मकान के बाकि हिस्से में बड़ी बड़ी दरारे आ गई थी और आसपास की भूमि भी धंस गई थी। जिस पर प्रशासन द्वारा घर खाली करवा कर दूसरी जगह रहने के लिए कहा गया। तब से अब तक अपनी पत्नी के साथ एक गोशाला में रहने को मजबूर हंू। उन्होंने बताया कि मेरे तीन बेटे और उनकी शादी हो चुकी है। वह सभी अपने परिवारों दूसरे गांवों में किराए के कमरे लेकर रह रहे हैं। उधर, स्थानीय पंचायत प्रधान रूप लाल ने बताया कि पूरी पंचायत में 16 घर ध्वस्त हुए थे। जिनमें से 8 लोगों गृह निर्माण के लिए पैसे मिल गए हैं और जो आठ लोग और हैं, उन्हें अगले बैच में पैसे मिलेंगे। जिनमें जयपाल भी एक है और सहायता पाने के लिए पात्र हैं।


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