दिल्ली-मनाली-केलांग-लेह रूट पर 15 सितंबर तक दौड़ेगी एचआरटीसी की बस

By: Jun 29th, 2024 12:55 am

अशोक राणा-केलांग
दिल्ली-मनाली-केलांग-लेह रूट पर 15 सितंबर तक एचआरटीसी की बस दौड़ेगी। एचआरटीसी केलांग द्वारा चलाया जाने वाले इस बस रूट का यात्रियों को बेसब्री से इंतजार रहता है। दिल्ली आईएसबीटी कश्मीरी गेट से यह बस रोज दोपहर 12.15 बजे चलती है। ऑनलाइन बुकिंग अभी उपलब्ध नहीं है। आप दिल्ली आईएसबीटी या हिमाचल भवन मंडी हाऊस से एडवांस बुकिंग करवा सकते हैं या प्रस्थान समय से पहले कंडक्टर से टिकट ले सकते हैं। दिल्ली से चलकर बस पानीपत्त और अंबाला के रास्ते शाम 5.30 बजे चंडीगढ़ पहुंच जाती है। फिर चंडीगढ़ सेक्टर 43 से चलने का समय शाम 6.10 बजे का है। चंडीगढ़ से लेह जाने के लिए आपको बस कंडक्टर से मौके पर टिकट दिया जाएगा। आगे फिर रूपनगर, सुंदरनगर और मंडी होते हुए बस रात 12.30 बजे कुल्लू और रात दो बजे मनाली से निकलती है और अटल टनल होते हुए सुबह पांच बजे यह बस केलांग पहुंच जाती है। केलांग में करीब आधा घंटा रुकने के बाद 5.30 बजे बस लेह के सफर पर रवाना होती है।

यहां सुबह हो जाती है और आप 17 घंटे का सफर पूरा कर चुके होते हैं। केलांग से चलकर बस जिस्पा, दारचा और सूरजताल होते हुए फिर बारालाचाला की चढ़ाई चढ़ती है। बारालाचाला समुद्र तल से 4850 मीटर ऊंचा माऊंटेन पास है जहां चारों तरफ बर्फ से ढक़ी पहाडय़िां दिखाई देती हैं। थोड़ा आगे चल कर भरतपुर में नाश्ता होता है और सरचू से फिर लद्दाख सीमा की शुरुआत होती है। गाटा लूपस के 21 हेअर पिन बैंड चढक़र नकिला व आगे लाचुंगला पार करने के बाद पांग में दोपहर का भोजन होता है। 26 घंटे बस में बीताने के बाद सभी को नींद आ रही होती है। मगर मुर्रे प्लेनस के नजारे सफर में नया रोमांच भर देते हैं। यह पचास किलोमीटर लंबा सपाट मैदान है जो पहाड़ों से घिरा हुआ है। इसके बाद मनाली-लेह सडक़ का सबसे ऊंचा दर्रा तंगलंगला आता है जो 5328 मीटर ऊंचा है। इसके आगे लगातार उतराई उतरकर सिंध नदी घाटी में उपशी होते हुए रात आठ बजे बस लेह पहुंच जाती है। लिहाजा, यह बस 15 सितंबर तक प्रतिदिन चलेगी। (एचडीएम)


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